केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज यहां युवा विनिमय कार्यक्रम ‘वतन को जानो‘ 2017-18 के तहत जम्मू एवं कश्मीर के युवकों से मुलाकात की। गृह मामले मंत्रालय जम्मू एवं कश्मीर के बच्चों एवं युवकों को देश के अन्य हिस्सों के बारे में सांस्कृतिक एवं सामाजिक आर्थिक जानकारी एवं ज्ञान देने के लिए ‘वतन को जानो‘ कार्यक्रम का आयोजन करता रहा है। इस प्रयोजन के लिए समाज के कमजोर एवं आतंकवाद से प्रभावित बच्चों एवं युवकों की पहचान की गई है। राज्य के करीब 200 युवक 11 फरवरी से 20 फरवरी 2018 तक इस कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा पर हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि इन युवकों ने देश के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया है और देश की समृद्ध सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत का अवलोकन किया है। इन बच्चों ने अजमेर, जयपुर और आगरा का भ्रमण कर लिया है और अब दिल्ली के ऐतिहासिक स्थानों का भ्रमण करेंगे। गृह मंत्री ने कहा कि ये युवक देश के अविभाज्य हिस्से हैं।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इन बच्चें ने भले ही इन स्थानों के बारे में अपनी किताब में पढ़ रखा होगा और चित्र देखा होगा पर अब इन्हें खुद से देखने का अवसर मिला है।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब उनकी उम्र बढ़ेगी, तो उनके सामने देश के प्रति कुछ जिम्मेदारियां भी होंगी। युवकों को शिक्षा में दिलचस्पी लेनी चाहिए, अपने बुजुर्गों का आदर करना चाहिए और कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे देश को गौरवान्वित करने का अवसर मिल सके। उन्होंने युवाओं से कहा कि अपने राज्य लौटकर वहां अमन फैलाएं. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अमन और शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी नई पीढ़ी की है. उन्होंने युवाओं से अपने राज्य लौटने पर वहां के लोगों से अपना अनुभव साझा करें. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से चुने गए लगभग 200 युवा इन दिनों गृह मंत्रालय के ‘वतन को जानो’ कार्यक्रम के तहत यहां पहुंचे हुए हैं. इनमें से ज्यादातर युवा राज्य के आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों तथा वहां के गरीब तथा वंचित वर्ग से हैं.
”लौटकर अपने साथियों से अनुभव साझा करें”
जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मुलाकात के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि देश में जाति, भाषा और धर्म को नजरंदाज कर सभी को समान अवसर दिए जाते हैं. विविधता में एकता देश की सबसे बड़ी विशेषता है और आप लोगों में इस खूबी की झलक दिखाई देती है. उन्होंने कहा कि युवाओं को देश की विकास यात्रा का महत्व समझना चाहिए और अपने राज्य में लौटने के बाद वहां अन्य युवाओं के साथ इस अनुभव को साझा करना चाहिए.
राष्ट्रनिर्माण में भागीदार होना युवाओं की जिम्मेदारी
उन्होंने युवाओं से कहा कि बड़े होकर राष्ट्रनिर्माण में भागीदार होना आप सबकी जिम्मेदारी है. इसके लिए आपको शिक्षा तथा सामाजिक क्षेत्र में भारतीय मूल्यों को आत्मसात करना चाहिए. इस मौके पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और केंद्रिय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.
क्या है वतन को जानो कार्यक्रम
आपको बता दें कि मंत्रालय इन युवाओं को देश में विकास और प्रगति की यात्रा से अवगत कराने के लिए हर वर्ष इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करता है. इस कार्यक्रम के तहत ये युवा 20 फरवरी तक देश के विभिन्न राज्यों का भ्रमण करेंगे और वहां हो रहे विकास कार्यक्रमों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे. गत 11 फरवरी से भ्रमण पर निकले ये युवा अब तक अजमेर, जयपुर और आगरा की यात्रा कर चुके हैं और अब राजधानी के ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों पर जाएंगे
वतन को जानो
कार्यक्रम गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार (कश्मीर सेल) और जम्मू और कश्मीर राज्य पुनर्वास परिषद सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है। यह देश के दूसरे हिस्से में होने वाले सांस्कृतिक और सामाजिक-आर्थिक विकास के बारे में जम्मू-कश्मीर के युवाओं और बच्चों को जोखिम देने का लक्ष्य है। जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद और कमजोर वर्गों से प्रभावित युवा और बच्चों को कार्यक्रम के लिए चुना जाता है।
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