केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और फ्रांस के बीच प्रवासन और मोबिलिटी भागीदारी समझौते पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति की आगामी राज्य यात्रा के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
मुख्य तथ्य
यह समझौता दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों (P2P) के संपर्कों को बढ़ाने में प्रमुख मील का पत्थर का प्रतिनिधित्व करता है। यह छात्रों, शिक्षाविदों, कुशल पेशेवरों और शोधकर्ताओं की गतिशीलता को बढ़ावा देगा और अनियमित प्रवासन और देशों के बीच मानव तस्करी से संबंधित मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करेगा।
समझौता यह भी है कि फ्रांस के साथ भारत के तेजी से विस्तार करने वाले बहुपक्षीय संबंधों का भी प्रमाण है और दोनों पक्षों के बीच विश्वास और आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रतीक है। यह प्रारंभिक रूप से 7 वर्ष की अवधि के लिए मान्य होगा और संयुक्त कार्य समूह (JWG) के माध्यम से स्वचालित नवीनीकरण और निगरानी तंत्र के लिए प्रावधान शामिल है।
भारत और फ्रांस के बीच चार समझौता
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और फ्रांस के बीच प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘शैक्षणिक योग्यता’ के संदर्भ में भारत और फ्रांस के बीच समझौते पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए भारत तथा फ्रांस के बीच समझौते को मंजूरी दी
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पर्यावरण के क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच सहयोग-समझौता को मंजूरी दी
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