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UIDAI’s की मौन 10 साल की सफलता-आधार रिपोर्ट की स्थिति

UIDAI’s की मौन 10 साल की सफलता-आधार रिपोर्ट की स्थिति  इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना मंत्रालय के तहत जनवरी 2009 में स्थापित भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई), आधार कार्ड प्रदान करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। 10 साल बाद भी आधार दुनिया की सबसे बड़ी जैव मीट्रिक आईडी प्रणाली है

हाइलाइट

2009 में, लगभग 5 मिलियन जन्म अपंजीकृत थे। हालाँकि, आज शरीर ने 95% वयस्कों के साथ पहचान पत्र रखने वाले आधार को बहुत बड़ी सफलता दी है। आधार केवल चार व्यक्तिगत जानकारी एकत्र करता है, जिसमें अंगूठे का निशान, रेटिना स्कैन और चेहरे की पहचान के बायोमेट्रिक डेटा के साथ नाम, लिंग, आयु और पता शामिल है।

लाभ

आधार ने सरकारी कल्याण कार्यक्रमों की विश्वसनीयता में सुधार किया था। आधार की रिपोर्ट, 2019 के अनुसार, आधार लगभग 65-70 मिलियन व्यक्तियों के लिए पहला पहचान दस्तावेज रहा है। इससे उन्हें बैंक खाते खोलने, भोजन राशन, मोबाइल फोन सेवा आदि का लाभ मिला।

रिपोर्ट ने यह भी कहा कि 80% प्रतिभागियों ने महसूस किया कि आधार ने सरकारी योजनाओं और सेवाओं की पहुंच में तेजी से सुधार किया है। केवल 34% भारतीयों को सेवाओं के खोने के डर से अपने आधार को लिंक करना बाकी है।
आधार राज्य की रिपोर्ट में 1,70,000 व्यक्तियों का सर्वेक्षण किया गया। इस पहल की शुरुआत 3 साल पहले IDinsight और Omidyar Network of India ने की थी।

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