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भारत के CO2 उत्सर्जन में 4 दशकों में कमी

भारत के CO2 उत्सर्जन में 4 दशकों में कमी सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, भारत में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में चार दशकों में सबसे कम गिरावट आई है।

हाइलाइट

अध्ययन में कहा गया है कि भारत में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन मार्च में 15% और अप्रैल में 30% तक कम हो गया है। अध्ययन यह भी कहता है कि तेल और गैस, कोयले की नवीनतम खपत में गिरावट आई है। पिछले वर्ष की तुलना में देश में 2019-20 में यह 30 मिलियन टन तक गिर गया है।

जीवाश्म ईंधन का उपयोग करता है

देश में कार्बन डाइऑक्साइड प्रदूषण मुख्य रूप से बिजली और परिवहन क्षेत्र के कारण होता है। जीवाश्म ईंधन की खपत में गिरावट भी प्रदूषण में कमी का मुख्य कारण है। पहली बार मार्च में कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों द्वारा उत्पन्न बिजली में 15% की कमी आई है। साथ ही, मार्च में अक्षय ऊर्जा उत्पादन में 6.4% की वृद्धि हुई है। कोयले से चलने वाली बिजली उत्पादन में मंदी के कारण कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन भी धीमा हो गया।

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