- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की स्थापना वर्ष 1958 में डॉ० ए०पी०जे ०अब्दुल कलाम की अध्यक्षता में की गई थी।
- DRDO का मुख्य कार्य रक्षा के संदर्भ में अनुसंधान, डिजाइन तथा विकास कार्यक्रमों को संचालित करना है।
- भारत का एकीकृत प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम (IGMDP) 1982-83 में आरंभ किया गया था।
- 1980 में स्वतंत्र रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग को गठित किया गया जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
- वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की स्थापना 1942 में हुई थी ।जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है ।
- CSIR के अध्यक्ष भारत का प्रधानमंत्री होता है ।
- भारत का पहला पर प्रक्षेपास्त्र (मिसाइल) पृथ्वी है ।
- पृथ्वी (Prithivi)‘जमीन से जमीन’ पर मार करने वाला (मारक क्षमता -250 किलोमीटर )बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र है।
- पृथ्वी का प्रथम परीक्षण 25 फरवरी 1988 को चांदीपुर अंतरिम परीक्षण केंद्र से किया गया ।
- अग्नि (Agni) ‘जमीन से जमीन’ पर मार करने वाला (मारक क्षमता 3500 किलोमीटर तक) बैलिस्टिक मिसाइल है ।
- अग्नि-I का प्रथम सफल परीक्षण 22 मई ,1989 को किया गया ।
- त्रिशूल(Trishul) कम दूरी का ‘जमीन से हवा’ में मार करने वाला (मारक क्षमता- 9 किलोमीटर ) प्रक्षेपास्त्र है।
- त्रिशूल का पहला सफल परीक्षण 5 जून, 1989 को किया गया
- नाग(Nag) एक ‘टैंक रोधी’ निर्देशित प्रक्षेपास्त्र (मारक क्षमता 4 किमी०)है ।
- ‘नाग’ का प्रथम सफल परीक्षण 24 नवंबर, 1990 को किया गया।
- नाग को ‘दागो और भूल जाओ’ टैंक रोधी प्रक्षेपास्त्र भी कहा जाता है।
- आकाश(Aakash) ‘जमीन से हवा’ में मार करने वाला (मारक क्षमता 25 किमी०) बहुलक्षीय प्रक्षेपास्त्र है ।
- ‘आकाश’ का प्रथम सफल परीक्षण 14 अगस्त, 1990 को चांदीपुर से किया गया ।
- अस्त्र (Astra) भारत का प्रथम ‘हवा से हवा’ में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है ।
- युद्धक टैंक अर्जुन का विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के द्वारा किया गया है जिसे 1996 में सेना को समर्पित किया गया है ।
- तेजस(Tejas) स्वदेश निर्मित प्रथम हल्का लड़ाकू विमान है ।
- प्रथम चालक रहित भारतीय विमान ‘लक्ष्य’ है ।
- ‘निशांत’ स्वदेशी तकनीक से निर्मित पायलट रहित प्रशिक्षण विमान है।
- ब्रह्माेस अति-स्वन क्रुज प्रक्षेपास्त्र ( सुपर सोनिक क्रुज मिसाइल )है ।
- ब्रह्माेस मुख्यतः एक पोतनाशक प्रक्षेपास्त्र है।