उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (DIPP) का नाम बदलकर उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DIPP) कर दिया गया है।
नव नामित विभाग के लिए जनादेश
- नव नामित विभाग केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करेगा।
- राष्ट्रपति द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि विभाग स्टार्ट-अप से जुड़े मामलों से निपटेगा, जिससे दूसरों के बीच व्यापार करने में आसानी होगी।
- आंतरिक व्यापार का विषय जो उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के दायरे में था, को नए नामित विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है।
- इस नए शासनादेश के साथ आंतरिक और बाह्य व्यापार दोनों को एक मंत्रालय (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय) के तहत लाया गया है।
- यह बेहतर समन्वय सुनिश्चित करेगा और व्यापार के दोनों खंडों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
नया जनादेश क्यों?
लंबे समय से कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन (CAIT) एक अलग आंतरिक व्यापार मंत्रालय की मांग कर रहा था। CAIT आंतरिक और बाह्य व्यापार को अलग करके एक अलग विभाग का निर्माण देखता है, एक अलग मंत्रालय के निर्माण में एक कदम आगे है।