You are here
Home > Current Affairs > DST ने सक्रिय वायरोसोम वैक्सीन उत्पादन का विकास किया

DST ने सक्रिय वायरोसोम वैक्सीन उत्पादन का विकास किया

DST ने सक्रिय वायरोसोम वैक्सीन उत्पादन का विकास किया विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाले विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को COVID -19 के लिए सक्रिय वायरोसोम टीके और इम्यूनोडायग्नॉस्टिक किट विकसित करने के लिए सीगल बायोसोल्यूशंस को फंड करना है। अगस्त 2020 तक किट के बाजार में पहुंचने की उम्मीद है।

Virosomes

एक विरोसम एक दवा है जिसमें अनिलमेलर फॉस्फोलिपिड झिल्ली होती है। यह झिल्ली दवा को लक्ष्य कोशिकाओं के साथ फ्यूज करने की अनुमति देता है। वायोसोम की केंद्रीय गुहा में प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड और ड्रग्स होते हैं। विरोम्स की सतह अलग-अलग ग्लाइकोप्रोटीन से बनी होती है।

इम्यूनोडायग्नोस्टिक्स का महत्व

भारत में, वर्तमान में पॉलिमरेज़ चेन रिएक्शन आधारित किट का उपयोग किया जा रहा है। ये किट तेजी से हैं और वे सक्रिय COVID -19 संक्रमण का पता लगाने में सक्षम हैं। हालांकि, किट स्पर्शोन्मुख संक्रमणों की पहचान नहीं करते हैं। इसका मतलब यह है कि अतीत में COVID-19 से जिन लोगों को अवगत कराया गया था या जिनसे उबर कर या उनसे संक्रमित हुए थे, उन्हें अबाधित रूप से छोड़ा जा सकता है। हाथ पर, इम्युनोडायग्नॉस्टिक किट एंटीबॉडीज का पता लगाने और साथ ही संक्रमण की पहचान करने में मदद करते हैं।

तो दोस्तों यहा इस पृष्ठ पर DST ने सक्रिय वायरोसोम वैक्सीन उत्पादन का विकास किया के बारे में बताया गया है अगर ये आपको पसंद आया हो तो इस पोस्ट को अपने friends के साथ social media में share जरूर करे। ताकि वे इस बारे में जान सके। और नवीनतम अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहे।

Leave a Reply

Top