जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने एसटीईएम में महिलाओं पर अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया 25 जनवरी 2020 को जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने निम्नलिखित विषय पर STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में महिलाओं पर एक अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया।
थीम: भविष्य की कल्पना: नई Skylines
शिखर ने STEM क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का लक्ष्य रखा।
हाइलाइट
शिखर ने एसटीईएम के क्षेत्र में कई महिलाओं की सफलता के बारे में बताया। शिखर सम्मेलन ने नेटवर्किंग, नेतृत्व निर्माण, वैज्ञानिकों के साथ इंटरैक्टिव अभ्यास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने पर विभिन्न सत्रों की मेजबानी की। इस शिखर सम्मेलन ने छात्रों को एक क्षेत्र में नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। इससे उन्हें विचारों को विकसित करने में व्यापक रूप से मदद मिलेगी और उनके करियर में भविष्य की योजना तैयार होगी।
संविधान
अनुच्छेद 51 ए के अनुसार, प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह वैज्ञानिक स्वभाव, जाँच की भावना और मानवतावाद का विकास करे।
शिखर का महत्व
नेशनल साइंस फाउंडेशन भविष्यवाणी करता है कि अगले 10 वर्षों में बनाई गई लगभग 80% नौकरियां एसटीईएम उन्मुख होंगी। हालांकि, भारत समस्या-समाधान, नवाचार और रचनात्मकता के क्षेत्र में छात्रों को पीछे छोड़ देता है।
साथ ही, महिलाओं का क्षेत्र में प्रतिनिधित्व किया जाता है। यूनेस्को के अनुसार, STEM R & D में केवल 29% महिलाओं द्वारा योगदान दिया जाता है। STEM में भारत की वृद्धि में बाधा यह है कि STEM के प्रति शिक्षा प्रणाली का योगदान पिछड़ रहा है।
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