नई दिल्ली में नमामि गंगे कार्यक्रम के नीचे यमुना कायाकल्प के लिए H2o स्रोत, नदी उन्नति और गंगा कायाकल्प, सड़क परिवहन और राजमार्ग और नौवहन नितिन गडकरी ने ग्यारह नौकरियों के लिए आधारशिला रखी।
कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में सीवरेज के बुनियादी ढांचे के लिए नियुक्तियां ज्यादातर नमामि गंगे कार्यक्रम के नीचे ली गई हैं, जिसका लक्ष्य दिल्ली में यमुना नदी का संरक्षण करना है। यमुना मोशन स्ट्रैटेजी के नीचे काम किया जाता है।
यमुना एक्शन सिस्टम
- यमुना एक्शन दृष्टिकोण भारत में सबसे बड़ी नदी बहाली कार्यों में से एक है।
- यमुना एक्शन सिस्टम भारत और जापान सरकार का एक द्विपक्षीय उपक्रम है।
- ग्लोबल कोऑपरेशन (JBIC) के लिए जापानी ऋणदाता परियोजना को पूरा करने के लिए धन सहायता की पेशकश कर रहा है और देशव्यापी नदी संरक्षण निदेशालय, परिवेश और वन मंत्रालय और भारत की संघीय सरकार द्वारा लागू किया जा रहा है।
नमामि गंगे
- नमामि गंगे कार्यक्रम एक पूर्ण तरीके से गंगा नदी की सफाई और संरक्षण के प्रयासों को एकीकृत करता है।
- कार्यक्रम की शुरुआत 2015 में रुपये की व्यय योजना परिव्यय के साथ की गई थी। 5 से अधिक वर्षों में 20,000।
- कार्यक्रम विशेष रूप से जैव-उपचार, उपयुक्त इन-सीटू उपचार, जमीन तोड़ने की प्रणाली का उपयोग, उपचार फसलों (STPs), अपशिष्ट के रूप में खुले नालियों के परिणामस्वरूप बहने वाले अपशिष्ट जल के हस्तक्षेप, वायु प्रदूषण उन्मूलन हस्तक्षेपों पर केंद्रित है।
- उपचार विधि संयंत्र (ETPs), वर्तमान STP के पुनर्वास और संवर्द्धन और सीवेज और कई अन्य लोगों की आमद को रोकने के लिए रिवरफ्रंट पर निकास बिंदुओं पर वायु प्रदूषण को रोकने के लिए त्वरित संक्षिप्त अभिव्यक्ति क्रियाएं।
- कार्यक्रम में केंद्र और प्वाइंट आउट सरकारों के विभिन्न मंत्रालयों / व्यवसायों से जुड़े बेहतर समन्वय तंत्र पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।