दक्षिण कोरिया के किम जोंग यांग को इंटरपोल की 87 वीं आम सभा में सदस्य देशों द्वारा दो साल की अवधि के लिए इंटरपोल राष्ट्रपति चुने गए थे, जो दुबई में पहली बार आयोजित हुए थे। उन्होंने आम सभा में कम से कम दो-तिहाई वोटों को हासिल किया और रूस के अलेक्जेंडर प्रोकोपचुक को हरा दिया। वह 2020 तक सेवा करेंगे, अपने पूर्ववर्ती, मेन्ग होंग्वेई के चार साल के जनादेश को पूरा करेंगे, जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों पर चीन में हिरासत में लिया गया था।
इंटरपोल वैश्विक पुलिस सहयोग एजेंसी और एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) है। इसे 1923 में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग (ICPC) के रूप में स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय ल्यों, फ्रांस में स्थित है। यह 194 सदस्य देशों (भारत सहित) के साथ दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के संदर्भ में संयुक्त राष्ट्र के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
इसका काम सार्वजनिक सुरक्षा और आतंकवाद से जूझ रहा है, मानवता, नरसंहार, युद्ध अपराध, पर्यावरणीय अपराध इत्यादि से जूझ रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग को सुविधाजनक बनाने की मांग करता है, यहां तक कि विशेष देशों के बीच राजनयिक संबंध मौजूद नहीं हैं। यह सुनिश्चित करता है कि दुनिया भर में पुलिस के पास अपनी नौकरियों को प्रभावी ढंग से करने के लिए आवश्यक टूल और सेवाओं तक पहुंच हो। यह लक्षित प्रशिक्षण, विशेषज्ञ जांचत्मक समर्थन, प्रासंगिक डेटा और सुरक्षित संचार चैनल भी प्रदान करता है।
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