नई दिल्ली, 18 सितंबर भारत और जर्मनी ने मंगलवार को कौशल विकास पर समझौता ज्ञापन (MoA) पर हस्ताक्षर किए, जो भारतीय युवाओं को दोहरी व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा। भारत और जर्मनी ने कौशल विकास पर समझौता ज्ञापन (MoA) गाया है, जो भारतीय युवाओं को दोहरी व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करेगा। यह कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और इंडो-जर्मन चेम्बर ऑफ कॉमर्स (IGCC) के बीच हस्ताक्षर किए गए थे।
MoA
यह MoA दोहरी व्यावसायिक शिक्षा और भारतीय युवाओं के प्रशिक्षण और कौशल विकास के क्षेत्र पर केंद्रित है। इसके तहत, भारत में विशिष्ट प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को पूरा करने वाले छात्र भारत में और जर्मनी में भी प्रमाण पत्र प्राप्त करेंगे। यह छात्र भारत और जर्मनी में भी कंपनियों में नौकरियों के लिए आवेदन करेंगे। जर्मन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (GIIVET) नामक संयुक्त निकाय जिसे इस कार्यक्रम की देखभाल की जाएगी।
पृष्ठभूमि
MoA का विचार पहली बार 2015 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चांसलर एंजेला मार्केल के बीच बातचीत के दौरान किया गया था। बाद में इसे संयुक्त कार्यकारी समूह द्वारा लिखा गया था। तब से, आईजीसीसी और MSDE ने इस MoA को तैयार करने के लिए विवरण जमा कर दिए हैं।
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