यह योजना जनवरी 2015 में लॉन्च की गई थी और वर्तमान में दुनिया में सबसे बड़ा LED वितरण कार्यक्रम है। यह EESL द्वारा लागू किया जा रहा है, जो विद्युत मंत्रालय के तहत PSU का संयुक्त उद्यम है। इसके तहत, LED बल्ब वितरित किए जाते हैं। LED बल्बों में बहुत लंबा जीवन होता है, सामान्य बल्बों से लगभग 50 गुना अधिक, और CFL के 8-10 गुना, और इसलिए ऊर्जा और लागत दोनों बचत प्रदान करते हैं।
राज्य संचालित ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL) ने ऑल (उजाला) योजना के लिए सस्ती LED द्वारा शून्य-सब्सिडी उन्नत ज्योति के तहत 30 करोड़ से अधिक प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) बल्ब वितरित किए हैं। 30 करोड़ LED बल्बों के वितरण से सालाना 38,952 मिलियन किलोवाट की ऊर्जा बचत हुई है, जो सालाना 15,581 करोड़ रुपये ऊर्जा बचत की राशि है।
मुख्य तथ्य
योजना के कार्यान्वयन ने घरेलू बाजार में LED की पहुंच में 0.4% से 10% की वृद्धि दर्ज की है। इसने वैश्विक LED बाजार में भारत का हिस्सा भी 0.1% से 12% तक बढ़ा दिया है। इसने सालाना LED घरेलू उत्पादन रोम 30 लाख बल्बों को 6 करोड़ से अधिक बल्बों में बढ़ा दिया है, साथ ही 60,000 नौकरियां भी बनाई हैं।
ऑल (उजाला) योजना के लिए सस्ती LED द्वारा ज्योति उन्नत
यह शून्य-सब्सिडी योजना है जिसका उद्देश्य कुशल प्रकाश को बढ़ावा देना, कुशल उपकरणों का उपयोग करने पर जागरूकता बढ़ाने, बिजली के बिलों को कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करना है। यह LED आधारित घरेलू कुशल प्रकाश कार्यक्रम (DELP) है। इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं के बिजली बिलों को कम करने और भारत की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देने में मदद करना है।
लाभ: बिजली की बचत, भार में कमी, उपभोक्ता बिलों में कमी और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी। यह महत्वपूर्ण शमन रणनीति के रूप में ऊर्जा दक्षता के सरकार के जनादेश पर भी कार्य करता है।
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