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इंटरनेट से सम्बन्धित पद | Internet In Hindi

इंटरनेट से सम्बन्धित पद इंटरनेट का उपयोग अक्सर घर, स्कूलों, कार्यस्थलों, सार्वजनिक स्थानों, इंटरनेट कैफे, पुस्तकालयों और अन्य स्थानों पर प्रदान किया जाता है। डायल-अप इंटरनेट एक्सेस के साथ इंटरनेट ने लोकप्रियता हासिल करना शुरू कर दिया। अपेक्षाकृत कम समय में, इंटरनेट एक्सेस प्रौद्योगिकियां बदल गईं, जो तेज और अधिक विश्वसनीय विकल्प प्रदान करती हैं। वर्तमान में, ब्रॉडबैंड प्रौद्योगिकियां जैसे केबल इंटरनेट और एडीएसएल इंटरनेट एक्सेस के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली विधियां हैं। इंटरनेट एक्सेस की गति, लागत, विश्वसनीयता और उपलब्धता क्षेत्र, इंटरनेट सेवा प्रदाता और कनेक्शन के प्रकार पर निर्भर करती है।

इंटरनेट से सम्बन्धित प्रमुख पद निम्नलिखित हैं

वर्ल्ड वाइड वेब

वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web, www) को इंटरनेट का सबसे महत्त्वपूर्ण संसाधन समझा जाता है। इसके द्वारा यूजर अपने या अपनी संस्था इत्यादि से सम्बन्धित सूचनाएँ दुनिया में कहीं भी भेज सकता है और अन्य यूजर या उससे सम्बन्धित जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकता है। www की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार हैं

  •  वेब पेज HTML (Hyper Text Markup Language) भाषा में लिखे होते हैं।
  • वेब पेज के डॉक्यूमेण्ट हाइपरटैक्स्ट (Hyper Text) फॉर्मेट में बनाए जाते हैं।
  • किसी वेब पेज पर लिंक देने के लिए हाइपरलिंक (Hyperlink) का प्रयोग किया जाता है।

वेब पेज

वेब बहुत सारे कम्प्यूटर डॉक्यूमेण्टों या वेब पेजों (Web Pages) का संग्रह है। ये डॉक्यूमेण्टस HTML में लिखे जाते हैं तथा वेब ब्राउजर द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं। यह दो प्रकार के होते हैंस्टैटिक (Static) तथा डायनेमिक (Dynamic)। स्टैटिक वेब पेज हर बार एक्सेस करने पर एक ही सामग्री प्रदर्शित करते है जबकि डायनमिक वेब पेज में सामग्री हर बार बदल सकती है।

वेबसाइट

एक वेबसाइट (Website) वेब पेजों का संग्रह होती है। जिसमें सभी वेब पेज हाइपरलिंक द्वारा एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। किसी भी वेबसाइट का पहला पेज होमपेज कहलाता है। उदाहरण- http:// iete. org इत्यादि

डोमेन नेम

डोमेन नेम (Domain Name) किसी वेबसाइट का विशेष नाम होता है, जो इण्टरनेट साइट की पहचान बताता है। इसका प्रयोग किसी वेबसाइट को प्राप्त करने में किया जाता है।

डोमेन नाम प्रयोग क्षेत्र
.comव्यावसायिक संस्थाओं के लिए
.eduशैक्षणिक संस्थाओं के लिए
.govसरकारी संस्थाओं के लिए
.mil सैनिक साइट के लिए
.netइंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए
.org ऑर्गेनाइजेशन के लिए

डोमेन नेम सिस्टम (Domain Name System DNS)

डोमेन नेम सिस्टम एक प्रकार के बड़े कम्प्यूटर होते है, जिनका कार्य इंटरनेट के आई पी एड्रेस और नामों की जानकारी रखना है।

आई पी एड्रेस

आई पी एड्रेस चार संख्याओं का एक समूह है, जो डॉट (.) से अलग किया जाता है, जिसका एक भाग नेटवर्क पता (Network Address) तथा दूसरा भाग नोड पता (Node Address) होता है। नेटवर्क में जुड़े प्रत्येक नोड का एड्रेस विशेष तथा अलग-अलग होता है। उदाहरण- । एड्रेस 202.32.12.164 में 202.32 नेटवर्क एड्रेस है तथा 12.164 नोड एड्रेस है।

डॉट भारत (· भारत) डोमेन

भारत सरकार के केन्द्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मन्त्री रविशंकर प्रसाद ने 27 अगस्त, 2014 को देवनागरी लिपि में ‘डॉट भारत’ (.भारत) डोमेन की शुरुआत की। इस डोमेन का आरम्भ उन लोगों के लिए हुआ है, जिन्हें अंग्रेजी भाषा नहीं आती है। इसके अन्तर्गत आठ भाषाओं (हिन्दी, डोगरी, बोडो, मैथिली, कोंकणी, मराठी, नेपाली और सिंधी) को रखा गया है। हिन्दी में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले अब उन वेबसाइट्स का यूआरएल (इंटरनेट पता) हिन्दी में लिख सकेंगे, जो डॉट भारत के साथ रजिस्टर की जाएँगी। नेशनल इंटरनेट एक्सचेन्ज ऑफ इण्डिया (निक्सी) और सेण्टर फॉर डिपार्टमेण्ट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सीडैक) के सम्मिलित प्रयास से इस डोमेन का विकास हुआ।

यूनीफॉर्म रिसोर्स लोकेटर

इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (Uniform Resource Locator, URL) कहलाता है। यह एक निश्चित मापक है, जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है। इसे वेब एड्रेस (Web Address) भी कहा जाता है। जैसे-http:/www.xyz.com/tutor/main.html

वेब ब्राउजर

किसी इंटरनेट क्लाइण्ट को वेब ब्राउजर (Web Browser) या ब्राउजर कहा जाता है। वेब ब्राउजर एक ऐसा प्रोग्राम होता है, जो इंटरनेट पर सूचनाएँ सर्च करता है और वेब पेजों को प्रदर्शित करता है।

वेब ब्राउजर की तरह उपयोग किए जाने वाले कई सॉफ्टवेयर प्रचलित हैं। इन्हें प्रायः ब्राउजर प्रोग्राम कहा जाता है। यह दो प्रकार के होते हैं

  1. टैक्स्ट वेब ब्राउजर (Text Web Browser) इस वेब ब्राउजर में टैक्स्ट आधारित सूचना को प्रदर्शित किया जाता है। उदाहरण-Lynx
  2. ग्राफिकल वेब ब्राउजर (Graphical Web Browser) यह टैक्स्ट तथा ग्राफिक सूचना दोनों को सपोर्ट करता है। उदाहरण-Firefox, Google Chrome, Netscape, Internet Explorer इत्यादि।

कुछ प्रमुख विख्यात ग्राफिकल वेब ब्राउजर के प्रकार निम्न हैं

(i) नेटस्केप नेविगेटर (Netscape Navigator) यह एक लोकप्रिय ग्राफिकल- इण्टरफेस पर आधारित ब्राउजर है। नेटस्केप वर्ष 1994 में स्थापित किया गया था।

(ii) इंटरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) यह एक लोकप्रिय ग्राफिकल इण्टरफेस आधारित ब्राउजर है, जिसे माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन द्वारा वर्ष 1995 में विकसित किया गया था। इण्टरनेट एक्सप्लोरर को सबसे पहले विण्डोज 95 के अन्तर्गत जोड़ा गया था। इसे सबसे अधिक विण्डोज 98 में प्रसिद्धि मिली थी।

(iii) फायरफॉक्स (Firefox) यह एक तीव्र गति से कार्य करने वाला, अनेक विशेषताओं से युक्त और लोकप्रिय से ग्राफिकल इण्टरफेस पर आधारित ब्राउजर है। यह ओपन सोर्स मोजिला प्रोजेक्ट (Open Source Mozilla Project) का एक भाग है, जिसे वर्ष 2004 में रिलीज किया गया था।

(iv) गूगल क्रोम (Google Chrome) गूगल क्रोम एक फ्रीवेयर वेब ब्राउजर है, जिसका विकास गूगल द्वारा किया गया। यह वेब किट लेआउट इंजन का उपयोग करता है। इसको वर्ष 2008 में माइक्रोसॉफ्ट विण्डोज के लिए बीटा वर्जन के रूप में रिलीज किया गया था।

(v) सफारी (Safari) यह एप्पल इन्कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित

मैक ओ एस एक्स (Mac OSX) वेब ब्राउजर है। यह पहली बार जनवरी, 2003 में एक सार्वजनिक बीटा के रूप में जारी किया गया था। सफारी नवीनतम तकनीकों के लिए अच्छा समर्थन प्रदान करता है, जैसे कि एक्स एच टी एम एल (XHTML), सी एस एस 2 (CSS2) आदि।

(vi) ओपेरा (Opera) यह छोटा और अन्य ब्राउजर की तुलना में सबसे तेज तथा पूर्ण विशेषताओं से युक्त है। यह वेब ब्राउज़र वर्ष 2013 में निर्मित किया गया है।

वेब सर्च इंजन

वेब सर्च इंजन एक ऐसा इंजन है, जिसे विश्वव्यापी वेब पर सूचना की खोज के लिए बनाया गया है। वेब सर्च इंजन और कुछ अन्य साइटें अपनी वेब सामग्री या अन्य साइटों की वेब सामग्री के कन्टेन्ट को अपडेट करने के लिए वेब क्रॉलिंग या स्पाइडरिंग का उपयोग करती हैं। वेब क्रॉलर्स एक सर्च इंजन द्वारा बाद में प्रोसेस किए गए सभी पृष्ठों (अनुक्रमित डाउनलोड पृष्ठों) को कॉपी कर सकते हैं जिससे यूजर अधिक कुशलता से सर्च कर सकते हैं। वेब क्रॉलर को वेब स्पाइडर, ऑटोमैटिक इंडेक्सर या वेब स्कट्टर (Scutter) भी कहा जाता है। सबसे पहला सर्च इंजन ‘वान्देक्स’ था, जो वर्ल्ड वाइड वेब वाण्डर्ड (World Wide Web Wandered) द्वारा बनाया गया था।

प्रोजेक्ट लून

दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल प्रोजेक्ट लून (Project Loon) पर काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत गुब्बारे (बैलून) से इंटरनेट कनेक्टिविटी दी जाएगी। इसमें आसमान में उड़ने वाले गुब्बारों का एक नेटवर्क होगा। इसमें 15 मी व्यास के बड़े गुब्बारे होंगे, जो धरती से 20 किमी की ऊँचाई पर उड़ेंगे। लून गुब्बारे एक समूह में उड़ते हैं। हर गुब्बारे के ऊपर एण्टीना होता है, जो सिग्नल पकड़ता है और फिर जमीन पर मौजूद कम्प्यूटर सिस्टम में ये सिग्नल ट्रांसफर करता है। एक लून गुब्बारा 40 किमी के दायरे में उड़ेगा यानि 40 किमी तक आसानी से इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकेगा।

अक्विला

इंटरनेट कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने में जहाँ एक ओर गूगल प्रोजेक्ट लून के माध्यम से कोशिश कर रहा है, वहीं फेसबुक ने ड्रोन एयरक्राफ्ट का सहारा लिया है, जिसका नाम कम्पनी ने अक्विला (Aquila) दिया है। अक्विला एक सौर ऊर्जा संचालित ड्रोन है, जोकि पृथ्वी के हर कोने में इण्टरनेट कनेक्टिविटी का विस्तार करने में मदद करेगा। फेसबुक के इस ड्रोन में बोइंग-737 के डायने लगे हैं, लेकिन वजन में यह एक कार से भी हल्का है। इसमें फेसबुक 2 Gbps की स्पीड दे सकता है, जो निकट भविष्य में 10 Mbps तक पहुँच सकेगी।

फेसबुक का यह ड्रोन एयरक्राफ्ट लेजर और रेडियो तकनीक के माध्यम से इंटरनेट सेवा प्रदान करेगा। एक बार उड़ान भरने के बाद अक्विला तीन महीने तक आसमान में रह सकता है। अक्विला आसमान में एयरट्रैफिक से ऊपर अर्थात् जिस ऊँचाई पर हवाई जहाज उड़ान भरते हैं, उससे ऊपर स्थापित होगा, जिससे कि हवाई जहाज की उड़ान पर किसी तरह का कोई असर न पड़े।

कुछ प्रमुख वेब सर्च इंजन निम्नलिखित हैं

(i) गूगल (Google) यह सर्वाधिक लोकप्रिय सर्च इंजन है। यह सर्च किए जाने वाले शब्दों को एक्सेप्ट कर उन्हें अपने इण्डेक्स डेटाबेस (Index Database) में सर्च करता है तथा परिणाम के रूप में URLs (Uniform Resource Locators) की एक सूची रिटर्न करता है।

(ii) यूट्यूब (YouTube) यूट्यूब पर प्रति मिनट 36 घण्टे अवधि के वीडियो अपलोड होते हैं। यह वीडियो शेयरिंग वेबसाइट ग्लोबल सर्च अग्रणी गूगल इन्कॉर्पोरेशन के अधीन आती है, इसका निर्माण वर्ष 2005 में हुआ।

(iii) याहू (Yahoo) यह विभिन्न आइटम्स अर्थात् टॉपिक्स के एक हेरारिकल इण्डेक्स को व्यवस्थित करता है और आपको वांछित सूचना को खोजने के लिए किसी कैटेगरी को सिलेक्ट करने की गति देता है। इसकी स्थापना वर्ष 1995 में हुई।

(iv) विकिपीडिया (Wikipedia) सर्वप्रथम अंग्रेजी विकिपीडिया का शुभारम्भ जनवरी 2001 में, तथा हिन्दी विकिपीडिया का जुलाई, 2003 में हुआ था। विकिपीडिया सभी विषयों पर प्रामाणिक और उपयोग, परिवर्तन व पुनर्वितरण के लिए स्वतन्त्र ज्ञानकोश बनाने का एक बहुभाषीय प्रकल्प है।

(v) लाइकॉस (Lycos) यह सभी वेबसाइट्स के प्रत्येक पेज के महत्त्वपूर्ण शब्दों के इण्डेक्स को व्यवस्थित करता है।

(vi) अल्टाविस्टा (AltaVista) यह आपको किसी भी भाषा में वांछित इन्फॉर्मेशन को सर्च करने की सुविधा देता है।

(vii) हॉट बॉट (HotBot) इसका प्रयोग विशेष रूप से मल्टीमीडिया फाइलों को सर्च करने तथा भौगोलिक आधार पर वेबसाइट्स को तलाशने के लिए किया जाता है। इसे मई, 1996 में वायर्ड मैगजीन (Wired Magazine) द्वारा लॉन्च किया गया था।

(viii) बिंग (Bing) यह एक वेब सर्च इंजन है, जिसका निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी द्वारा किया गया है।

(ix) आर्ची (Archie) फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल में स्टोर फाइलों को खोजने के लिए आर्ची का प्रयोग किया जाता है। आर्ची बहुत से सर्वरों से मिलकर बना है, इसके प्रत्येक सर्वर में जानकारी होती है कि कौन-सी सूचना किस सर्वर में है तथा किस विषय से सम्बन्धित है। है इसका निर्माण एलन एमटैग, बिल हैल्न तथा जे. पीटर डेस्टच द्वारा वर्ष 1990 में किया गया था।

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